एक करोड़ की फिरौती के लिये अपहरण आैर हत्या के बाद रंगदारी मांगने की घटना पर पुलिस ने गंभीरतर से काम किया आैर 24 घंटे से भी कम समय में मामले का खुलासा कर आरोपी गिरफ़तार कर लिया गया।
गोरखपुर. यूपी के गोरखपुर में एक किसान से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। अभी एक करोड़ रुपये की फिरौती के लिये अपहरण आैर हत्या के मामला खत्म भी नहीं हुआ कि पुलिस के लिये दूसरी बड़ी घटना सिर उठाए सामने खड़ी थी़। हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखायी आैर बेहद तेज जांच-पड़ताल कर रंगदारी मांगने वाले को छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर से महज 16 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस मुताबिक बीती 28 जुलाई को शाम सिकरीगंज के हरपुर हर्रेडाड़ निवासी संतोष मणि ओझा उर्फ मोनू ओझा को एक नंबर से धमकी भरा फोन आया। फोन करने वाले ने एक करोड़ रुपये रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी। इस फोन के आने के बाद घबराए संतोष ने इसके बारे में अपने भाइर् को बताया आैर उसकी सलाह पर धमकी भरे फोन काॅल के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी। पुलिस ने तत्काल उस नंबर को आैर उससे हुए दूसरे फोन काॅल के नंबरों को खंगालना शुरू किया तो आैर आखिरकार महज 16 घंटे में आरोपी राजस्थान निवासी बजदंगी जागीर की पहचान कर ली आैर वह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। पुिलस अब इन बिंदुआें पर जांच कर रही है कि आखिरकार राजस्थान के रहने वाले आरोपी को संतोष का नंबर कैसे मिला आैर कहीं उसने एेसा किसी के कहने पर तो नहीं किया।
आरोपी बोला यूंही फोन कर पता है हैसियत, फिर आगे उठाता है कदम
छत्तीसगढ़ में पकड़ा गए रंगदारी मांगने के आरोपी ने पुलिस को बताया है कि वह यूं ही नंबर मिलाकर लोगों से रंगदारी मांगकर उनकी हैसियत चेक करता था। फिर फीडबैक के मुताबिक आगे कदम उठाता था। सीओ खजनी यादवेन्द्र कृष्ण नारायण के मुताबिक पीड़ित संतोष ओझा माॅरिशस में नौकरी करते थे, लेकिन 2018 को वह घर लौट आए आैर यहां खेती बारी के साथ ही छोटा-मोटा व्यापार भी शुरू कर दिया। एक करोड़ की फिरौती के लिये अपहरण आैर फिर हत्या के मामले से सतर्क पुलिस ने तत्परता दिखायी तो २४ घंटे से भी कम समय में आरोपी उसकी गिरफ्त में आ गया।
NCERT E-Book : Online Learning App Download Now